तब और अब
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Literature & Fiction
'तब और अब' कहानी है गांव के नवयुवकों के बीच बढ़ते शहरी आकर्षण की। चमक-धमक और पैसों के पीछे रिश्तों के बलि चढ़ जाने की। किसान रामनिझावन का बड़ा बेटा गोविंद शहर जाकर एक एक्सीडेंट में अपनी जान गंवा बैठता है। तो सालों बाद छोटे बेटे गोपाल की आंखों पर शहरी चकाचौंध की ऐसी धुंध जम जाती है कि रिश्ते-नाते उसके लिए बेमानी हो जाते हैं।
शहर की तड़क-भड़क एक पिता से उसके दोनों बेटे छीन लेती है। एक की देह मर जाती है तो दूसरे की आत्मा!
‘तब और अब’ को हम मन्नू जी की अनन्य सुधा अरोड़ा के सौजन्य से प्रकाशित कर रहे हैं। यह उनके किसी भी संग्रह में शामिल नहीं है।
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बहुत ही मार्मिक और झिंझोड़ के रख देने वाली कहानी।Read more
"Jaya Das Mallick"
mannu bhandari ji ki sab rachanaon ki tarah utkrist
"ARUN KUMARYADAV"
व्यक्ति के अन्तर्द्वन्दो का उफ़ान व उससे उत्पन्न समीकरणों का अनकहे रूप का त...Read more
"Aishwarya Mohan Gahrana"
बढ़िया कहानी
एपिसोड 1
17-11-2021
3 Mins
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एपिसोड 2
17-11-2021
5 Mins
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एपिसोड 3
17-11-2021
6 Mins
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