ये शरीफ़ लोग

By अवधेश प्रीत 873 पढ़ा गया | 3.5 out of 5 (2 रेटिंग्स)
Literature & Fiction Politics Mini-SeriesOngoing9 एपिसोड्स
उन्माद कब भीड़ का रूप ले लेता है हम नहीं जान पाते और हम तब वह नहीं होते जो असल में होते हैं या बनना चाहते हैं। ऐसे ही प्रश्न हमारे जे़हन में तब उठते हैं जब हम 'कजरी' का अंत देखते हैं। हम अक्सर अपने आदर्श रूप को सबके सामने लाते हैं पर क्या हमारे भीतर दो चेहरे नहीं होते? दूसरा चेहरा बाहर लाने से हम अक्सर डरते हैं। लोगों का यही दोहरा चरित्र 'ये शरीफ़ लोग' में झलकता है। वरिष्ठ कथाकार अवधेश प्रीत की यह कथाकृति हमारे सामने के समय की ऐसी ही स्याह सचाइयों से रूबरू कराती है।
रेटिंग्स और रिव्युज़
2 रेटिंग्स
3.5 out of 5
पूर्व गतिविधि
"NIRAJ SINGH"

बहुत सुन्दर

"Arkaan Sayed"

liked it it was good

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एपिसोड 2 25-10-2021
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एपिसोड 3 25-10-2021
6 Mins 24 पढ़ा गया 0 कमेंट
एपिसोड 4 25-10-2021
3 Mins 24 पढ़ा गया 0 कमेंट
एपिसोड 5 25-10-2021
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एपिसोड 6 25-10-2021
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एपिसोड 7 25-10-2021
5 Mins 19 पढ़ा गया 0 कमेंट
एपिसोड 8 25-10-2021
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एपिसोड 9 25-10-2021
5 Mins 28 पढ़ा गया 0 कमेंट

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